पिछले कुछ सालों से भारत इंटरनेट बन्द करने में दुनियाभर के सभी देशों को पछाड़ कर शीर्ष पर पहुंच गया है। वैसे तो सरकार सभी काम धीरे धीरे ऑनलाइन कराने कि सोच रही है लेकिन शायद वो ये भूल रहे है कि ऑनलाइन काम कराने के लिए इंटरनेट की जरूरत पड़ती है। थोड़े थोड़े दिनों में देश के किसी ना किसी कोने में इंटरनेट बन्द कर दिया जाता है जिस से आम नागरिकों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
मै यहां कुछ डाटा बताना चाहूंगा जिस से पता चलेगा कि इंटरनेट बन्द करने के मामले में हम कितने ज्यादा आगे है:
- भारत में 2012 से 2019 तक 374 बार इंटरनेट बन्द किया गया है जिसमें 106 बार तो अकेले 2019 में ही किया गया है।
- भारत में 2019 में 4,196 घंटे तक इंटरनेट बन्द किया गया है जिस से 1.3 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ है।
- 2012 से 2017 के बीच भारत में 16,315 घंटे तक इंटरनेट बन्द किया गया था जिस से 3.04 बिलियन डॉलर का नुकसान हुआ था।
- कश्मीर में 4 अगस्त से अभी तक इंटरनेट बन्द है, ये किसी भी देश में सबसे लंबी अवधि तक किया जाने वाले इंटरनेट बन्द है।
- 2016 से 2018 के बीच भारत ने 154 बार इंटरनेट बन्द किया था।
फ़ोटो स्रोत: फोर्ब्स
इन सब आंकड़ों से कहा जा सकता है कि भारत इंटरनेट बन्द करने के मामले में दुनिया में अपनी छाप छोड़ रहा है। भारत इंटरनेट बन्द करने के मामले में एक नम्बर पे बना हुए है जो की भारत के लिए मेरे हिसाब से शर्म की बात है।
डिजिटल इंडिया बोलकर आप भारत में सिर्फ़ इंटरनेट बन्द कराने में व्यस्त हो, ऐसे कैसे मेरा भारत डिजिटल भारत बनेगा। आज कल हर काम इंटरनेट से होता है लेकिन जब इंटरनेट ही नहीं रहेगा तो काम कैसे होगा, इस से आम आदमी को बहुत तकलीफ़ का सामना करना पड़ता है।